मोउमिता
-- होली का त्योंहार-5
सुबह उठा तो सर इतना भारी हो रहा था, की मन था आज ऑफिस की छुट्टी कर ली जाये !
पर मैंने अभी कुछ निश्चय नहीं किया उठकर देखा तो राजीव जा चूका था ! घडी में 9
बज रहे थे मोउमिता भी घर पर नहीं थी, मुझे आश्चर्य हुआ कही राजीव
उसे कहीं बाहर
तो नहीं ले गया पर थोड़ी देर में वो वापस आ गई, उसके हाथ में दूध का पेकेट था !
"राजीव
कब गया " मैंने उठते हुए पुछा !
"वो तो सुबह ४ बजे ही चला गया था "
"अच्छा इतनी सुबह उठ जाता है, इतनी पीने के बाद भी ! अच्छा स्टेमिना है उसका "
में जानता था मोउमिता से ज्यादा कौन जानता है राजीव
के स्टेमिना के बारे में
क्योंकि मेरी बात सुनकर वो मुस्कुरा दी थी !
"हाँ तुम तो रात को औंधे होकर ऐसे सो रहे थे की अगर यहाँ बम भी गिर जाता तो
तुम्हे कोई फरक नहीं पड़ता " मोउमिता ने थोड़ा सा ताना मारा !
"क्या करूँ जान उन लोगों की तरह आदत नहीं है ना पीने की इसलिए "
मन तो कर रहा था कह दूँ की उन की तरह आदत भी नहीं है चोदने की ! में उठ कर
बाथरूम की तरफ चला गया तब तक मोउमिता ने मेरे लिए चाय बना ली थी ! हम दोनों के
बीच आम दिनों की तरह बातें हुई ! मोउमिता को देख कर नहीं लग रहा था की कल रात
उसके साथ कुछ हुआ है वो बिलकुल नोर्मल थी वो बिलकुल फ्रेश लग रही थी ! उसने
नहा कर आज फिर से एक हलकी सी साड़ी पहन ली थी ! और उसके ऊपर एक बहुत ही तंग
गले का ब्लाउस वो भी बिना बाँहों का, साड़ी को आज उसने थोड़ा नाभि के पास
बांधा था जिससे उसकी २८” की कमर का मांसल हिस्सा चमक रहा था ! साड़ी इतनी
हल्की और कस के बंधी थी की मोउमिता के चूतडों का उभार मस्त लग रहा था ! मेरा
लंड तन गया मन किया अभी कुछ कर दूँ पर सोचा अभी थोड़ा अपने को कट्रोल कर लेता
हूँ वैसे भी ये तो मेरा ही माल है जब मर्ज़ी तब पेल सकता हूँ ! अभी तो इसकी
जवानी को पुरे मज़े ले लेने देता हूँ, मैंने सोचा क्यों न मोउमिता को कहूँ के
में ऑफिस जा रहा हूँ ! और ऑफिस न जाकर देखूं के आज क्या होता है !
"अच्छा मेरा नाश्ता तैयार कर दो में वैसे ही लेट हो गया हूँ ऑफिस जाने के लिए
जल्दी ही निकल जाता हूँ " मैंने जल्दी से बाथरूम में घुसते हुए कहा !
"ठीक है "
में जल्दी से जाने को तैयार हुआ और घर से निकल पड़ा जिस तरह से मोउमिता आज
तैयार थी मेरा सोचना यही था आज तो उसे जी भर के मज़े लेने दूँ वैसे भी में
अपने काम में इतना बिजी हो जाता हूँ की उसके साथ क्वालिटी टाइम बिता ही नहीं
पाता ! और ये भी हकीकत है के जितना मज़ा में किसी दुसरे की बीवी को दे सकता हूँ
अपनी बीवी को नहीं दे सकता वैसे ही मेरी बीवी को मज़ा कोई और मुझसे ज्यादा दे
सकता है ! क्योंकि अपने घर में तो बीवी है ही उसकी तो कभी भी ले सकते है ऐसा
हर आदमी सोचता है ! में अपने घर से निकल गया और अपनी गाडी को घर से काफी दूर
पार्क कर दिया अब में वहां से पैदल ही किसी ऐसी जगह पर चला गया जहाँ से हमारी
गली में आने जाने वालों पर में नज़र रख सकता था ! करीब 10 बजे में वहां खड़ा हुआ
और दिन के बारह बज गए पर मेरे घर की तरफ न कोई आया और न ही कोई बाहर निकला !
इंतज़ार करते करते 1.30 बज गया पर नतीजा वही !
अभी इंतज़ार चल ही रहा था की मेरे घर की तरफ से कोई निकला ! ये मोउमिता थी !
उसने दरवाज़ा लॉक किया और फिर अपने फोन से किसी को फोन मिलाने लगी ! मेरे फोन
की रिंग बजने लगी अरे ये तो मुझे ही फोन कर रही थी
"हेल्लो आप कहा पर हो "
"इस वक्त तो में ऑफिस में ही होता हूँ तुम कहा होने की उम्मीद कर रही हो"
"नहीं नहीं में तो ऐसे ही पूछ रही थी दरअसल में कुछ सामन लाने बाज़ार जा रही थी
न इसलिए तुम्हे फोन किया की कही तुम्हारा कोई सामान तो नहीं लाना "
"अरे नहीं जान तुम घूम आओ वैसे भी मुझे आज लेट हो सकता है आज ऑफिस में बहुत
काम है "
"तब भी कितना वक्त लग सकता है "
"क्यों तुम्हे भी देर हो सकती है क्या' "
"नहीं में सोच रही थी की अगर तुम लेट हो जाओगे तो में आज खाना बाहर से मंगवा
लेती हूँ, आज मेरा भी मन नहीं है खाना बनाने का "
"जैसा तुम्हे अच्छा लगे"
ऐसा कह कर मोउमिता ने फोन काट दिया अब तो मैंने सोचा आज देखा जाए की मोउमिता
क्या गुल खिलाती है ! उसने अगर उन तीनो के साथ कोई सेट्टिंग भी कर ली होगी तो
वो उन्हें मेरे होते हुए घर पर नहीं बुला सकती और मेरे पीछे भी नहीं क्योंकि
आज हमारा मकान मालिक वापस आ गया था ! अब अगर वो कुछ करवाना भी चाहती थी तो उसे
ही बाहर जाना पड़ेगा !
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add me here formore fun
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मेरी बीवी और मेरे दोस्त - होली का त्योंहार-4
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देव शर्मा
मैंने एक रिक्शा लिया और मोउमिता के पीछे पीछे चलने लगा तभी उसका फोन बजा ! वो
बात करते करते ही चलने लगी कुछ दूर चलने पर वही पार्क आ गया जहाँ हम सारे शराब
पीते थे ! यहाँ पर क्या हो सकता है कुछ देर वहीँ खड़े रहकर बात करते हुए वो इधर
उधर देखने लगी ! शायद किसी को ढूंड रही थी ! वैसे भी दिन का टाइम होने के कारण
वह लोग ना के बराबर थे और वो पर भी थोड़ा सा घना था या कहे की उसमे थोड़ी
हरयाली ज्यादा ही थी ! मोउमिता बात करते करते पार्क के अन्दर चली गयी मैंने भी
रिक्शे वाले को पैसे दिए और वही एक तरफ खड़ा हो कर इंतज़ार करने लगा ! मुझे डर
था कही मोउमिता बाहर ना आ जाये या फिर कहीं में अन्दर जाऊ और मोउमिता वही कही
आसपास हो तो मुझे न देख ले ! कुछ देर खड़े होने के बाद मैंने अपना फोन बंद किया
और में पार्क के साइड में एक जगह दीवार टूटी थी वहां से अन्दर गया ! अन्दर
थोड़ा ढूंडा तो मुझे कोई नज़र नहीं आया थोड़ा सा और संभलकर आगे चला तो थोड़ी दूर
पर एक आदमी खड़ा था जो फोन पर बात कर रहा था मैंने वो रास्ता बदल लिया और दूसरी
तरफ से अंदाज़ा लगा कर आगे बड़ने लगा ! कुछ दूर चलने पर जब कुछ नहीं दिखा तो मैं
वही बैठ गया इधर उधर देखने के बाद कुछ दूर मुझे एक पम्प हॉउस बना दिखा ! पर
मुझे ये उम्मीद नहीं थी की मोउमिता वहां हो सकती है ! तब भी मैंने वहां जाकर एक
बार देखने की कोशिश करना जरुरी समझा ! वहां देखा तो एक आदमी बहार एक कुर्सी
लगा कर बैठा हुआ था उसे में पहचान गया वो उस पार्क का चोकीदार था और वो वहां
पम्प हॉउस से उस पुरे पार्क को पानी की सप्लाई करता था ! उसका नाम राजबीर था
कई बार जब हम दारू पीते थे तो उससे ही कभी पानी या फिर खाने का सामान मंगवाया
करते थे ! पर मैंने कोशिश की के वो मुझे न देख पाए पर तब भी उसने मुझे देख ही
लिया ! और मुझे देखते ही मेरी तरफ दौड़ा चला आया !
"अरे देव
शर्मा साहब आज इधर कैसे आना हुआ आप तो शाम को आते थे आज दिन में ही " पास
आकर राजबीर ने कहा !
"नहीं बस ऐसे ही आज छुट्टी थी तो सोचा थोड़ा घूम आऊं" मैंने उसे टरकाना चाहा
"चलो वहां पर बैठते है ! आप भी ठीक टाइम पर आये हो या फिर राजीव
भाई ने आप को
फोन करके बुलाया है " उसने आँख मारते हुए कहा !
"आकाश
ने क्यों क्या हुआ " मैंने उससे सवाल किया !
"आप तो ऐसे कह रहे है जैसे आप को पता ही नहीं " उसने भी मुझसे सवाल किया
"नहीं सच में मैं कुछ नहीं जानता " मुझे कुछ शक सा हुआ !
"तो आप फिर इधर आओ पम्प हॉउस से दूर बैठते है " उसने मेरा हाथ पकड़ते हुए कहा !
"नहीं मुझे बता क्या हुआ " मैंने भी उसे धमकाया !
"चलो तो सही बताता हूं "
हम दोनों वही सामने एक बेंच पर बैठ गए में सुनने को बेताब था शक तो मुझे था
"वो ऐसा है साहब आकाश
भाई एक जुगाड़ लाये है " उसने धेरे से कहा !
"क्या " में चौका !
"हा भाई एक मस्त सा जुगाड़ है मतलब एक बंदी लाये है ! और उसके साथ अन्दर है
अभी"
"कैसी बंदी है मुझे भी बता " मैंने उसके कंधे पर हाथ रख कर पुछा !
"भाई मस्त है मत पूछ भरी भरी बदन वाली है ! देखते ही किसी का भी खड़ा हो जाये "
उसने अपनी पेंट पर हाथ रगड़ते हुए कहा !
"अच्छा क्या पहना है उसने " मैंने उसे कुरेदा !
"भाई साड़ी पहन कर आई है ! और साड़ी भी ऐसी है की आधा शारीर तो नंगा ही चमक
रहा है बहुत ज्यादा रेट लिए होंगे इसने "
मेरा शक यकीं में बदल गया अन्दर मोउमिता ही थी चुदने की तड़प उसे यहाँ भी ले आयी
!
"अच्छा यार मेरा एक काम करेगा मुझे यार एक बार देखना है की अन्दर क्या हो रहा
है "
"नहीं आकाश
भाई को पता चल गया तो बुरा मान जाएँगे"
"यार में भी तो आकाश
भाई का ही दोस्त हूं न ! चलो ऐसा करते है की तुम उसे मत
बताना और में उसे नहीं बताऊंगा की में यहाँ आया था और मैंने उसे देखा था ! और
ये रख" मैंने उसे एक सों का नोट पकड़ते हुए कहा
पैसे देख कर उसकी आँखें चमक गयी ! वो मुझे चुप चाप पम्प हॉउस के पीछे ले गया
वहां से हम अन्दर आ गए ! अन्दर थोड़ा अँधेरा था पर चलने लायक रोशनी थी उसने
मुझे रुकने को कहा और अकेला ही आगे जाकर एक जगह मुड़ गया
कुछ देर में वो वापस आया तो हंस रहा था !
"क्या हुआ बड़ा मुस्कुरा रहा है "
"भाई कुछ देख ही ऐसा लिया ! सच में भाई बंदी पूरी माल है !
"ऐसा क्या हुआ " में अब उत्सुक था !
"भाई जैसे ही मैंने दरवाज़ा खोला तो आकाश
भाई ने बंदी को दीवार से खड़ा किया
हुआ था और उसकी साड़ी उठा कर उसे चोद रहे थे " उसका भी बुरा हाल था
"क्या ?....
"हां भाई दोनों चुचे हाथों में पकडे हुए थे और एक टांग सामने टेबल पर रख कर
उसकी चूत मार रहे थे, जैसे ही में अन्दर गया मुझे देखते ही बंदी ने झट से उसको
धक्का दे दिया और कहने लगी मैंने पहले ही कहा थ! यहाँ नहीं "
"फिर ??
"फिर क्या भाई ने मुझे डांट कर भगा दिया "
"यार मेरा भी जुगाड़ कर न देखने का " अब तो में रह नहीं पा रहा था !
"एक काम करो अन्दर कोई बिस्तर तो है नहीं और वो खड़े खड़े ही उसको चोद रहा है तो
आप मेरे साथ ऊपर चलो ऊपर से एक जगह से थोड़ा बहुत दिख सकता है क्योंकि अब तो
आकाश भाई ने दरवाज़ा अन्दर से बंद कर लिया है "
"चल जल्दी कर यार " मैंने जल्दी की
हम दोनों ऊपर सीड़ियों से गए और राजबीर ने मुझे एक जगह की तरफ इशारा करके जाने
को कहा ! वो जगह थोड़ी तंग थी पर में वहां तक पहुच ही गया थोड़ी सी कोशिश की तो
मुझे एक जगह दिख गयी जहाँ से नीचे का कुछ नज़ारा दिख सकता था ! में वह ध्यान से
देखने लगा ! नीचे मुझे कुछ नहीं दिखा मैंने थोड़ी सी और कोशिश की तो मुझे
आकाश दिखने लगा, आकाश ने सिर्फ एक टी शर्ट पहनी हुई थी और वो वहां से बाहर
की तरफ देख रहा था उसने दरवाज़ा खोला और बाहर की तरफ गया तभी उसके पीछे मोउमिता
भी नज़र आयी ! वो भी बाहर जाने लगी पर उसने दुबारा अन्दर आके दरवाज़ा बंद कर
दिया !
अब में उनकी आवाज़ सुन सकता था !
"देखो अब मुझे जाना है ! मैंने पहले ही कहा थ ए जगह सही नहीं है " मोउमिता ने
आकाश से नाराज़ होते हुए कहा !
"अरे तुम घबराओ मत ये कुछ नहीं कहेगा ! ये तुम्हे जानता भी नहीं है और ये वैसे
भी लल्लू है इसको रात को एक पौवा दे दूंगा तो खुश हो जाएगा " आकाश ने अकाद
से कहा !
"पर उसने कही अगर मुझे देख लिया तो यहाँ से मेरा घर है ही कितनी दूर " मोउमिता
ने घबराते हुए फिर कहा
"नहीं में उसको मन कर दूंगा "
"ठीक है में अब चलती हूं" मोउमिता चलने लगी
"अभी इतनी जल्दी " आकाश
ने मोउमिता का हाथ पकड़ते हुए कहा
"और क्या एक बार तो कर ही चुके हो " मोउमिता ने शरमाते हुए कहा
"तो क्या तुम यहाँ सिर्फ एक बार के लिए आयी हो"
"अगर जगह अच्छी होती तो बात और थी पर यहाँ पर तो सिर्फ खड़े होने की जगह है ??"
"अभी लो जान "
कह कर आकाश ने वहां रखे सामान को एक साइड किया और अपने हाथों से ही उस जगह
को साफ़ कर दिया अब वहां इतनी जगह हो गयी थी की एक आदमी लेट सकता था
"ये लो जान अब लेट जाओ " आकाश
ने मोउमिता को अपनी तरफ खीचते हुए कहा
"ओह्हो ये तो सिर्फ एक आदमी के लायक जगह है "
"तो क्या हुआ तुम लेट जाओ वैसे भी तो मैंने तुम्हारे ऊपर ही लेटना है " आकाश
ने मोउमिता की गोलईयों को पकड़ते हुए कहा !
"अभी एक बार में मन नहीं भरा तुम्हारा " मोउमिता ने शरारत से कहा
"तुम चीज़ ही ऐसी हो जान "
ऐसा कह कर आकाश ने मोउमिता को अपनी तरफ खीच कर नीचे लेटा दिया और उसके ऊपर आ
गया अब ऊपर से मोउमिता का चेहरा मुझे साफ़ दिख रहा था और आकाश
की पीठ मेरी तरफ
थी ! आकाश एक बार तो मोउमिता को खड़े खड़े ही चोद चूका था अब दूसरी बार लेटा कर
पेलने की तैयारी में था ! ऊपर से द्रश्य बड़ा ही साफ़ दिख रहा था मेरा लंड भी
बेकाबू था , आकाश ने मोउमिता के चुचे दबाना जारी रखा मोउमिता ने भी आकाश के
बालों को कस कर पकड़ लिया था ! अब आकाश ने मोउमिता का पल्लू नीचे कर दिया और
उसके ब्लाउस के हुक खोलने लगा ! एक दो ........और तीन , चार सारे हुक खुल गए
मोउमिता की ब्रा चमक गयी आकाश
ब्रा भी खोलने लगा पर मोउमिता ने मन कर दिया
शायद उसे डर था की कही फिर कोई न आ जाये ! आकाश भी कहा मानने वाला था ! उसने
मोउमिता की ब्रा ही ऊपर कर दी अब मोउमिता के दोनों चुचे आज़ाद थे आकाश मोउमिता
के चुच मुह में ले कर चुसना शुरू कर दिया मोउमिता अब मदहोश हो चुकी थी ! उसने
आकाश को बुरी तरह जकड लिया था आकाश मोउमिता के पुरे बदन पर हाथ फेरे जा रहा
था कभी उसकी गदराई कमर पर हाथ फेरता कभी उसके कूल्हों को दबाता ! अब धीरे धीरे
उसने मोउमिता की साड़ी को ऊपर करना शुरू किया ! मेरी भी धड़कन तेज़ हो गयी
मैंने भी अपना लंड बाहर निकाल कर हिलाना शुरू कर दिया ! मोउमिता की साड़ी उसके
घुटने तक आ चुकी थी और आकाश का हाथ उसकी गोल गोल जांघों से खेल रहा था ! अब
दोनों से नहीं रहा जा रहा था आकाश ने अबकी बार मोउमिता की साड़ी पकड़ कर ऊपर
खीच दी और मोउमिता का निचला हिस्सा नंगा हो गया ! पर मुझे नंगा हिस्सा दिखाई
नहीं दिया क्योंकि आकाश मोउमिता के ऊपर था और में सिर्फ मोउमिता की खुली हुई
टाँगें दिख रही थी अब आकाश ने लेटे लेटे हुए ही अपने लंड को पकड़ा और मोउमिता
की चूत पर फिट कर दिया ! फिर एक हल्ला सा धक्का लगाया मोउमिता की ऑंखें बंद हो
गयी और उसने आकाश को अपनी बाँहों में घेर लिया ! अब धीरे धीरे उसने अपना लंड
और अन्दर घुसाया और पूरा लंड अन्दर बाड़ कर कुछ देर ऐसे ही पड़ा रहा ! मोउमिता
ने अपने हाथ उसकी गांड पर रख दिए और उसकी गांड को दबाने लगी अब तो आकाश ने
अपना लंड अन्दर बाहर करना शुरू कर दिया और धीरे - धीरे अपने धक्के बढाने लगा
मुझे ऊपर से उनका मिशिनरी पोज़ दिख रहा था ! आकाश ने कम से कम पचास साठ झटके
मारे होंगे तो उसने अपना लंड मोउमिता की चूत से बाहर निकाल लिया ! फिर उसने
मोउमिता की दोनों टांगों को अंपने कंधे पर रखा और दुबारा से लंड को मोउमिता की
चूत में पेल दिया ! अब तो मोउमिता की चूत की जड़ तक लंड जा रहा होगा ! मोउमिता
की भी आवाजें तेज़ होने लगी ! इसी पोज़ में चोदते हुए काफी देर हो गयी ! अब
लगा की आकाश झड़ने वाला है क्योंकि कुछ धक्के लगा कर वो फिर थोड़ी देर के लिए
रुक जाता और फिर से धक्के चालू कर देता ! तभी दरवाज़ा खुला और राजबीर फिर से
अन्दर आ !
ये यहाँ क्या करने आ गया ? ......पर आश्चर्य इस बार मोउमिता और आकाश
को कोई
फरक नहीं पड़ा ! वो उसी तरह से झटके पे झटके लगाये जा रहा था और मोउमिता भी
मस्ती से आकाश के दोनों कुल्हे को पकड़ कर जोर लगाये जा रही थी जैसे वो उसका
लंड और अन्दर लेना चाहती हो !
राजबीर वही पास में बैठ गया और मोउमिता को पिलते हुए देखने लगा ! मोउमिता भी
पुरे चरम पर थी और उस वक़्त उसको अपनी चूत से लंड निकलवाना नहीं था इसलिए उसने
राजबीर को ज्यादा भाव नहीं दिया ! अब तो राजबीर को भी लगा की कोई टेंशन नहीं
है पर मुझे लग रहा था कही वो बता न दे की में वहां पर चुप कर सब कुछ देख रहा
हूँ ! अभी राजबीर ने भी अपना लंड बाहर निकाल लिया और वो मोउमिता को देख कर उसे
जोर जोर से हिलाने लगा ! उसका भी काफी तंदरुस्त लंड था ! मोउमिता ने एक नज़र
उसके लंड की तरफ देखा और फिर से वो अपनी चुदाई में खो गयी ! आकाश के झटके अब
तो बिलकुल उफान पर थे अब शायद उसका स्खलन होने वाला था ! मोउमिता ने कस कर उसकी
पीठ पर नाख़ून गड़ा लिए और आकाश से चिपक गयी
मोउमिता का पानी निकल चूका था !
आकाश भी उसके बाद दस बारह झटकों में मोउमिता की चूत के अन्दर ही ढेर हो गया !
और अपना लंड उसकी चूत में ही डाल कर ऐसे ही उसके ऊपर पड़ा रहा ! उधर राजबीर भी
अपने लंड की पिचकारी मोउमिता को दिखा कर निकाल चूका था ! हालाँकि राजबीर ने
सिर्फ मोउमिता के चुचे ही द्देखे थे क्योकि उसका निचे का हिस्सा नंगा तो नहीं
था हाँ उसकी साड़ी ऊपर तक थी उसकी नंगी जांघें और उसके जमीन पर पड़े चूतडों का
कुछ हिस्सा ही राजबीर की आँखों के सामने था और मोउमिता की चूत के ऊपर तो आकाश
था ही !
अब जब सब ख़तम हुआ तो मोउमिता ने आकाश
को अपने ऊपर से उठाया और अपनी साड़ी
नीचे की अपने ब्रा को वापस ठीक किया और अपने ब्लाउस के हुक लगाने लगी ! फिर
पता नहीं राजबीर ने उसे धीरे से कुछ कहा !जिस का उसने कुछ जवाब नहीं दिया ! वो
खड़ी होकर अपनी साड़ी को ठीक करने लगी पसीने से मोउमिता का बुरा हाल था आकाश
अपनी पेंट पहन चूका था मोउमिता ने उससे कुछ कहा तो उसने अपना रुमाल मोउमिता की
तरफ बड़ा दिया ! मोउमिता ने राजबीर से शायद बाहर जाने को कहा पर वो भी वही अड़
गया फिर आकाश के कहने पर वो बाहर गया तो मोउमिता ने आकाश
के रुमाल से अपनी
साड़ी को उठा कर वही अपनी चूत में आकाश का माल साफ़ किया और रुमाल को वही
फेंक कर वह से बाहर चली गयी ! आकाश भी उसके पीछे वहां से बाहर चला गया !
मैंने भी कुछ देर वही इंतज़ार किया और जब मुझे यकीं हो गया की अब वो जा चुके
होंगे तो में भी वहां से नीचे उतर आया ! आकाश भी जा चूका था ! वहां सिर्फ
राजबीर था !
मुझे देखते ही वो मेरे पास आ गया मैंने उसे फिर एक सौ का नोट पकड़ते हुए कहा
की ये बात कभी किसी को पता नहीं चलनी चाहिए की में यहाँ आया था और मैंने सब
कुछ देखा था !
अब मेरा एक सपना तो पूरा हुआ मोउमिता को चुदते हुए देखने का पर उसमे भी कमी ये
रह गयी की मोउमिता को जल्दबाजी में चोदा गया था या फिर कपडे पहने हुए ! और सब
कुछ दूर से देखना पड़ा था ! पर तब भी मज़ा तो बहुत आया था ! आदमी की इच्छाए
कभी ख़तम नहीं होती एक मिलता है तो दूसरी की करने लगता है मोउमिता दो दो मर्दों
से चुद चुकी थी और वो भी तबियत से चुदी ! पर अब ये इच्छा हो रही थी काश एक बार
वो पूरी नंगी घोड़ी बनकर या कोई और पोज़ में चुदे ताकि मुझे उसकी चूत में जाता
लंड दिखे ! मोउमिता भी किसी का लंड चुसे और जो कुछ में उसके साथ कर सकता हूँ
वैसे ही कोई बिना डर के मोउमिता के साथ कर सके !
शाम को में देर से घर आया ताकि मोउमिता को शक न हो और वो निश्चिंत रहे की में
अपने कहे टाइम पर ही वापस आता हूँ ! आज फिर वही था मोउमिता के चाल ढाल से लग ही
नहीं रहा था की आज भी वो दो बार चुद चुकी है ! हा ये जरुर था की उसके चेहरे पर
आज कुछ ज्यादा ही चमक थी ! उसने आज एक ढीला सा कुरता और निचे से एक लॉन्ग
स्कर्ट पहनी थी कुरते में उसके स्तन सीधे तने हुए लग रहे थे ! जैसे कुरता फाड़
कर बाहर आने को तैयार हों ! सच में इन दो दिनों की चुदाई में उसका रूप रंग
काफी बदल गया था !
"और आज क्या क्या शोपिंग की मैडम ने " मैंने उसको किचन में जाते हुए पूछा !
"अरे कहाँ आज तो जैसे ही में बाज़ार जाने के लिए घर से निकली तो यहीं गली के
बाहर मेरी एक पुरानी सहेली मिल गयी ! और हम इतने सालों के बाद मिले तो वो मुझे
अपने घर ही ले गयी " मोउमिता के झूठ में एक आत्मविश्वास था !
"अच्छा कौन थी " मैंने भी हार नहीं माननी थी !
"थी स्कुल टाइम की दोस्त तुम नहीं जानते , यही पास की कोलोनी में रहती है "
उसने अपने झूठ को सच किया
"चलो अच्छा है तुम्हारा भी दिन का टाइम पास करने के लिए कोई तो मिला "
"और कल दिन का खाना भी उसकी के घर पर है उसने इतने जोर देकर कहा में मना नहीं
कर सकी"
मतलब कल का दिन भी चुदाई का प्लान है इसका अरे यार कल में कैसे देख पाउँगा कल
तो ऑफिस जाना जरुरी है आज तो वैसे भी छुट्टी हो गई है !
"हा हा क्यों नहीं जरुर जाओ"
बातें करते करते हमने खाना खाया और हम लेटे लेटे बातें करते रहे कब नींद आ गयी
पता ही नहीं चला
सुबह उठा तो मोउमिता नहा कर फ्रेश थी चेहरे पर वही चमक, आज मोउमिता जरुर अपनी
चुदाई का प्लान बना चुकी होगी ! पर आज तीनो में से किसके साथ प्लान होगा अब तो
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