Tuesday, 23 February 2016

मोउमिता -- होली का त्योंहार-1

मेरी बीवी और मेरे दोस्त - होली का त्योंहार-1
- देव शर्मा  

ये
घटना मेरे साथ आज से कोई साल पहले हुई थी ! तब हम दिल्ली की एक छोटी सी
कालोनी में किराये के कमरे में रहते थे ! हम से मतलब में मेरी बीवी और मेरा एक
साल का बेटा, हमारा एक कमरे का मकान था जिसमे किचन बाथरूम अलग थे ! दरअसल मुझे
दिल्ली कुछ समय के लिए रहना था क्योकि मेरा यहाँ ट्रांसफर साल के लिए हुआ था
इसीलिए मैंने एक काम चलाऊ कमरा किराये पर लिया था हालाँकि वो जगह काफी साफ़
सुथरी थी ! मकान मालिक भी अच्छे लोग थे ! बस ये था की वो इलाका थोडा सा बदनाम
था गुंडागर्दी के लिए ! कुछ शरारती लोग वहां बदमाशी किया करते थे ! जिस गली
में मैंने कमरा लिया था उसी गली में - थोड़े हरामी किस्म के लोग थे उनकी
उम्र कोई २६ - २७ साल के आसपास रही होगी खा पी कर तंदरुस्त बने हुए थे बस उनका
कुछ काम नहीं था बस बदमाशी के अलावा ! वहां के लोकल नेता का हाथ उन पर था
इसलिए कोई उनसे उलझता नहीं था ! मेरे मकान मालिक ने भी मुझे वहां आते की उनसे
दूर रहने की हिदायत दे डाली थी ! वैसे भी मेरा क्या मतलब था उनके साथ रहने का
में सुबह ऑफिस जाता और रात - १० बजे से पहले घर नहीं आता था ! मेरी बीवी भी
मकान मालिक की बीवी के साथ ही रहती थी बस एक संडे का ही दिन होता था तो में
दिन भर घर पर या तो टी वी देख कर या फिर मकान मालिक के साथ बीअर पी कर निकाल
देता था ! मेरा बेटा पास ही में एक प्ले स्कूल में जाता था !
ये तो हुई मेरी सामान्य बातें अब में काम की बात पर आता हूँ ! मेरा नाम देव शर्मा
है में पंजाब का रहने वाला हूँ मेरी बीवी का नाम मोउमिता शर्मा है ! हम दोनों
की ही ज़िन्दगी बहुत अच्छे से कट रही थी ! एक दिन में रात को में अपने ऑफिस से
घर आया तो मोउमिता   ने बताया की आज दिन में स्कूल से घर आते हुए मेरे बेटे को
बहुत चोट लग गयी थी मेरा बेटा बहुत शरारती है सड़क पर दौड़ते हुए किसी बाइक
वाले ने उसे टक्कर मार दी थी ! मेरी बीवी ने बताया के हमारी ही गली के कुछ
लड़कों ने उसकी मदद की मेरे बेटे को हॉस्पिटल पहुचाने की और वो ही उसे वही घर
पर भी लेकर आये ! मैंने सोचा हमारी गली में कौन ऐसा भला आदमी गया ! मैंने
अपनी बीवी से उसका नाम पूछा तो वो बोली की उसके दोस्त उसे आकाश  भाई कह रहे
थे !
मैंने कहा उसके दोस्त मतलब ! उसने बताया की उसके के साथ उसके दो दोस्त और थे !
चलो अच्छा है कम से कम कोई तो हमारी गली में है जो भला आदमी है !
"तुमने उसे चाय नाश्ता कराया या नहीं " मैंने अपनी बीवी से पूछा
"मैंने काफी कहा पर वो रुके ही नहीं और चले गए और कह गए है आपके पति के साथ ही
किसी दिन बैठेंगे"
मुझे बताओ कौन सा घर है में उन्हें जाकर थोडा अपने तरीके से धन्यवाद दे आता
हूँ ! मेरी बीवी ने मुझे उनका घर बताया और में उनके घर की तरफ चल दिया
उनके घर पहुच कर पता चला वो घर पर नहीं है पूछने पर पता चला के वो पार्क में
है में पार्क जो पास ही था वह चला गया
वह जाकर मुझे उन्हें तलाश करने में परेशानी नहीं हुई मैंने वह एक से पूछा तो
उसने बता दिया
जब मैंने उसे देखा तो में थोडा सा परेशान हो गया ! वो वही गुंडे लोग थे जिनसे
में सब डरते थे पर फिर मैंने सोचा एक बार इनको थोडा दारू पिला देता हूँ फिर
कभी बात नहीं करूँगा !
मैंने उन्हें अपना परिचय दिया तो उन्होंने मुझे भी वही बैठा लिया ! वो सब दारू
पी रहे थे ! ज़बरदस्ती मुझे भी पेग बना के पिला दिए !
वहां बातों ही बातों में मैंने उन्हें भी एक पार्टी का न्योता दे दिया ! वही
उसी पार्क में !
अगले दिन मैंने वही पार्क में उन्हें दारू की पार्टी दी ! बातों से तो वो सब
मुझे भले ही लगे हा बस गलियां ज्यादा दे रहे थे हर बात में माँ बहन की
पर मैंने कहा मेरा क्या जाता है वैसे भी में रात को घर आता हूँ तो अकेले पीने
से अच्छा है इनके साथ पी ली जाये और टाइम पास भी हो जाएगा
फिर तो आम तौर पर में वही पार्क में उन तीनो के साथ पिने लगा !
उनमे एक आकाश  था उसे सब आकाश  भाई कहते थे दूसरा कौशिक  और तीसरा राजीव  !
तीनो ही काफी लम्बे चौड़े थे ! उन्हें देख कर तो कोई वैसे ही डर जाये पर मैंने
ये भी देखा की वो बिना बात के किसी को परेशान नहीं करते !
अभी कुछ दिनों बाद होली का त्योंहार आने वाला था ! मेरे बेटे के प्ले स्कूल की
भी छुट्टियाँ पड़ चुकी थी तो मैंने उसे उसके दादा दादी के पास भेज दिया !

होली के दिन में अपने घर पर सुबह सुबह ही बीअर पीना शुरू कर चूका था ! मोउमिता 
ने आज पकोड़े तले थे ! मकान मालिक भी मेरे यहाँ आकर थोड़ी सी पी कर चला गया
उसका परिवार भी होली पर अपने गाँव गया हुआ था उसने भी मेरे साथ पी और वो भी
अपने किसी रिश्तेदार के यहाँ होली खेलने चला गया अब पुरे मकान पर में और मेरी
बीवी रह गए थे
हम दोनों ने भी खूब जम कर होली खेली मेरी बीवी ने भी आज थोड़ी सी बीअर पी ली
थी तो उसे भी सरुर चड़ा हुआ था ! वो भी आज मेरे साथ पूरी मस्ती कर रही थी !
उसने साड़ी पहनी हुई थी जिस पर बिना बाँहों का ब्लाउस था वो भी लो नेक का !
बहुत ही सेक्सी लग रही थी
हम दोनों ऐसे ही मस्ती करते रहे मैंने कुछ ज्यादा ही पी ली थी मेरा सर घूमने
लगा था ! मिने सोचा थोडा सा नींद पूरी कर लीं !
ये सोच कर में सोने के लिए जा ही रहा था तभी दरवाजे पर दस्तक हुई ! मैंने सोचा
अब कौन आया होगा !
मैंने दरवाज़ा खोला तो बहार आकाश खड़ा था !उसने आते ही मुझे गले लगा लिया और
मुझे रंग लगाने लगा ! मैंने भी उसे जवाब में रंग लगा दिया
वो अन्दर आया और वही बैठ गया वो अपने साथ एक दारू की बोतल लाया था ! वो खुद ही
किचन में गया और वह से दो ग्लास उठा लाया ! मेरा वैसे ही सर घूम रहा था ऊपर से
और दारू मुझे तो उलटी आने को हो रही थी पर उसने जबरदस्ती मुझे एक पेग पिला ही
दिया अब तो मेरा बुरा हाल था ! में वही लेट गया ! आकाश  ने मोउमिता   से कुछ
खाने के कहा ! तो मोउमिता   किचन से पकोड़े ले आई !
मैं नशे में तो था पर मेरा ध्यान आकाश  की तरफ ही था ! आदमी चाहे जितना भी
अच्छा हो दुसरे की बीवी को देखकर उसके मुह में लार टपकने लगती है ! मैंने
ध्यान दिया की वो बार बार मोउमिता   के उरोजो की तरफ ही देख रहा था ! जब मोउमिता 
उसे पकोड़े देने झुकी तो वो उसके ब्लाउस में दिखती उरोजो की लकीर को देख रहा
था ! और जब मोउमिता   किचन की तरफ जाने लगी तब उसकी हिलते हुए कुलहो को घूरे जा
रहा था ! मुझे बहुत गुस्सा रहा था पर में कुछ नहीं बोला ! तभी उसका फोन बजा
उसने बात करते करते कहा की वो भी देव शर्मा  के घर आजाये ! मुझे फिर गुस्सा आया की
वो बिना मुझसे पूछे किसी को ऐसे कैसे मेरे घर बुला सकता है. उसने बताया की
कौशिक  और राजीव  भी रहे है ! मैंने सोचा चलो वो तो जानं पहचान के ही है !
थोड़ी देर में वो दोनों भी गए मैंने उन दोनों को भी रंग लगाया और होली
मुबारक की अब वो तीनो दारू पिने लगे और मुझे भी एक पेग पिला ही दिया अब तो में
बिलकुल बेहोश होने लगा था ! में बाथरूम में गया और वहा से उलटी करके वापस
गया ! अब थोडा सा राहत मिली !

पर सर अब भी घूम रहा था !मैं थोड़ी देर के लिए लेट गया ! अब वो मोउमिता   से
बातें करने लगे !
बातें करते करते कौशिक  बोला यार होली का मज़ा तो भाभी के साथ ही आता है जब तक
होली पर किसी भाभी को रंग नहीं लगाया तो क्या खाक होली खेली !
मोउमिता   ने कहा आपने गुलाल लगाना है तो कोई बात नहीं पर अगर आपने कोई पक्का रंग
लगाया तो अच्छा नहीं होगा !
उन्होंने कहा नहीं भाभी हम कोई पक्का रंग नहीं लगाएँगे ! आकाश  सबसे पहले उठा
और मोउमिता   के गलों पर रंग लगाने लगा उसने मोउमिता   का पूरा चेहरा गुलाल से रंग
दिया ! अभी वो रंग लगा ही रहा था की कौशिक  भी पीछे से आकर मोउमिता   के मुहं पर
गुलाल मलने लगा मोउमिता   को इसकी उम्मीद नहीं थी तो वो कौशिक  से बचने के लिए
थोडा झुकी ! कौशिक  ने उसके चेहरे को कस के पकड़ा हुआ था मोउमिता   ने जब अपना सर
झुकाया तो कौशिक  भी थोडा खीच कर आगे को हो गया और उसका अगला भाग मोउमिता   के
कूल्हों के साथ सट गया ! मोउमिता   ने किसी तरह अपने आप को उन दोनों से छुड़ाया
और अलग हुई ! मैंने लेते हुए देखा के कौशिक  की पेंट का अगला हिस्सा उभरा हुआ
था मतलब उसका लिंग उत्तेजित हो चूका था ! मोउमिता   ने सोचा होगा अब इनकी होली
ख़तम हुई तो अब बस पर तभी राजीव  भी खड़ा हो गया और मोउमिता   की तरफ बदने लगा
उसके हाथ में एक पैकट मोउमिता   ने देखा तो वो चिल्ला पड़ी नहीं ये नहीं !!!! वो
पक्का रंग था ! राजीव  बोला भाभी कोई बात नहीं एक बार नहाते ही ये सब उतर जाएगा
! वो मोउमिता   की तरफ बदने लगा ! मुझे गुस्सा तो रहा था पर एक चीज़ मैंने नोट
की की ये सब देख कर में भी बहुत उत्तेजित हो रहा था ! और मेरा भी लंड बुरी तरह
खड़ा हो चूका था !मैंने सोच चलो अब देखते है आगे ये क्या करते है मैं वैसे ही
बिस्तर पर आँखें बंद करके पड़ा रहा !
राजीव  ने मोउमिता   को आखिर दबोच ही लिया और उसके चहरे पर रंग लगाने लगा ! मोउमिता 
ने बहुत कोशिश की अपने आप को बचाने की पर राजीव  के आगे उसकी एक चली ! उसने
बुरी तरह उसका चेहरा रंग दिया ! ये देख कर कौशिक  और आकाश  भी राजीव  से रंग ले
कर गए और मोउमिता   को रंग लगाने के लिए उसको घेरने लगे ! अब तो मोउमिता   ने वहा
से भागने में ही भलाई समझी ! वो किचन की तरफ भागने लगी ! पर कौशिक  ने उसका
रास्ता रोक लिया और उसके हाथों पर रंग लगाने लगा इस धक्का मुक्की में कई बार
उस का हाथ मोउमिता   के स्तनों को छू जाता ! अब आकाश  और राजीव  भी मोउमिता   को रंग
लगाने को उसके पास गए !
अब उन तीनो ने उसको घेर लिया था ! तीनो की आँखों में वासना साफ़ देखी जा सकती
थी ! और उनका क्या हाल था ये उनकी फूली हुई पेंट बता रही थी ! मेरा भी लंड
उत्तेजित होकर पजामा फाड़ कर बाहर आने को तैयार था !
मोउमिता   ने उन के बीच में से निकलने की कोशिश की तो राजीव  ने उसको पकड़ने की
कोशिश की तो जल्दबाजी में उसने मोउमिता   की कमर में हाथ डाल दिया और दोनों हाथों
से घेरा बना कर उसे पीछे से कस कर पकड़ लिया !
ओह ये क्या !!!! मोउमिता   के पीछे राजीव  बिलकुल उससे चिपक कर खड़ा हो गया और उसको
अच्छी तरह से जकड लिया उसका फुला हुआ लंड मोउमिता   की गांड की दरारों के बिलकुल
बीच में था !! मोउमिता   जितना अपने आप को राजीव  से छुड़ाने की कोशिश करती उतना ही
वो राजीव  से रगड़ खाती और उतना ही राजीव  को मज़ा आता ! वो भी जान बुझ कर मोउमिता 
को दबाये जा रहा था ! और अपने नीचे के हिस्से को मोउमिता   की गांड से रगड़े जा
रहा था ! इधर कौशिक  और आकाश  ने मोउमिता   मोउमिता   के बदन का ऊपर का जो भी हिस्सा
साफ़ देखा वहां वो कस कस के रंग लगाये जा रहे थे ! उसकी गरदन उसकी पीठ हाथों
जहाँ भी नंगा हिस्सा था वहां उनका हाथ चलता जा रहा था ! मोउमिता   के साथ इस
धक्कामुक्की में मोउमिता   की साड़ी का पल्लू नीचे गिर गया !
अब तो उन तीनो के मुह में पानी गया ! मोउमिता   के ब्लाउस में झांकती उसकी
दोनों स्तनों की लकीर उन तीनो के सामने थी ! ! मैंने सोचा अब ये क्या करेंगे !
कही कुछ ज्यादा ही हो जाये ! मोउमिता   भी अब थोडा तेज़ चिल्लाने लगी थी !! पर
उन पर तो अब वासना का भुत चढ़ चूका था ! आकाश  ने एक रंग का पाकेट खोला और
मोउमिता   के ब्लाउस की दरार को एक उंगली से हल्का सा उठाया और पूरा पाकेट अन्दर
उड़ेल दिया ! पूरा रंग मोउमिता   के ब्लाउस में चला गया पर वो रंग सुखा हुआ था !
कौशिक  भाग कर बाथरूम से एक जग में पानी ले आया और उसने भी ब्लाउस को थोडा सा
उठा कर पूरा पानी अन्दर डाल दिया ! अब मोउमिता   का पूरा ब्लाउस गिला और रंग से
सरोबार हो गया था ! ब्लाउस गीला होने से अब उसके अन्दर की ब्रा भी अब साफ़
चमकने लगी थी उसे देख कर तो अब तीनो की हवस और बढ गयी ! राजीव  का हाथ अब मोउमिता 
की कमर से ऊपर कर उसके चूचो तक चूका था ! मोउमिता   ने थोडा सा चिल्ला कर कर
कहा तो ! राजीव  ने उसे छोड़ दिया ! मोउमिता   बाथरूम की तरफ भागने लगी ! तभी कौशिक
ने मोउमिता   का जो पल्लू जमीन की तरफ था उस पर पाँव रख दिया ! मोउमिता   जब भागी तो
पल्लू बड़ा होने के कारण उसकी साड़ी खुल गयी मोउमिता   ने अपनी साड़ी उठाना जरुरी
नहीं समझा होगा उसे लगा होगा अब तो ये मुझे रंग लगा ही चुके है अब सीधा बाथरूम
जाकर नहा लेती हूँ तो वो अपनी खुलती हुई साड़ी को और उतर कर बाथरूम की तरफ
भागी ! अब ये सीन देख कर तो तीनो मचल उठे भागते हुए मोउमिता   के बदन से चिपका
हुआ उसका पेटीकोट उसकी गांड की शेप बता रहा था ! 38 की गांड को देखते ही
आकाश  मोउमिता   के पीछे भागा और मोउमिता   के बाथरूम का दरवाज़ा बंद करने से पहले
ही दरवाज़ा पकड़ कर खड़ा हो गया ! उसके पीछे दोनों भी मोउमिता   को धकेलते हुए अन्दर
की तरफ गए ! अब मोउमिता   फिर से बाथरूम में उनसे घिर गयी ! अब मोउमिता   ने उनको
डाटना शुरू किया तो कौशिक  ने कहा देखो भाभी आज होली है ! और आज तो हम आप को
तस्सली से रंग लगा कर ही रहेंगे अब चाहे अपनी मर्ज़ी से लगाने दो या फिर
ज़बरदस्ती !!! बोलो क्या करना है ! मोउमिता   ने भी अब सोचा के अब ये मानने वाले
नहीं है ! और वैसे भी इस रगडा रगड़ी में उसे भी जरुर मज़ा आया होगा ! उसने भी
कहा ! देखो रंग लगा लो पर में चुपचाप नहीं लगवाने दूंगी ! तुम अपनी कोशिश करों
रंग डालने की में अपनी कोशिश करुँगी अपने को बचाने की !! ठीक है !!!!
ठीक है भाभी अब आएगा मज़ा ! तीनो ने कहा !!अब होली थोड़ी और गरम होने वाली थी
क्योंकि मोउमिता   को भी अब मज़ा आने लगा था ! उसे तो लगा था के शायद ये तीनो उसके
पति के दोस्त है और सच में वो सिर्फ होली खेलने आये है पर में जानता था क्या
चल रहा है ! अब मेरी बीवी उन तीन मर्दों के सामने सिर्फ पेटीकोट और ब्लाउस में
होली खेलने को बिलकुल तैयार हो चुकी थी ! राजीव  ने तुरंत एक जग पानी उठाया और
मोउमिता  के  वक्षस्थल की तरफ फ़ेंक दिया एक बार फिर मोउमिता   का उपरी हिस्सा गीला
हो गया और उसकी ब्रा, ब्लाउस से झाकने लगी !फिर तो राजीव  ने लगातार - बार
मोउमिता   के ऊपर जग से पानी डाल दिया जिससे मोउमिता   बिलकुल तरबतर हो गयी !! उसका
पेटीकोट भी उसकी बदन से बुरी तरह चिपक गया और उसके पुरे बदन की शेप साफ़ साफ़
दिखने लगी ! अब तो आकाश , कौशिक  और राजीव  भी थोडा और मोउमिता   को हाथ लगाने लगे
कौशिक  ने जानबूझ कर मोउमिता   के कमर में हाथ डाल कर उसे उठा लिया और कहने लगा की
अब तो आप को शावर के नीचे ही गीला करेंगे ! कौशिक  ने मोउमिता   को आगे की तरफ से
उठा लिया जिससे मोउमिता   के चुचे कौशिक  के चहरे के सामने गए और उसके दोनों हाथ
मोउमिता   के पीछे उसकी गांड के नीचे पहुच गए कौशिक  ने मोउमिता   को कस कर पकड़ा और
उसे उठा कर शोवर के नीचे ले आया ये देख कर राजीव  ने शोवर चालू कर दिया ! अब
मोउमिता   और कौशिक  दोनों भीगने लगे ! कौशिक  ने जिस तरह से मोउमिता   को उठाया था
उससे मोउमिता   का पेटीकोट थोडा सा ऊपर को हो गया था ! जिस से उसकी टांगों का
पिछला हिस्सा नंगा हो गया था ! मतलब उसके टांगों का पिछला हिस्सा घुटनों तक
दिख रहा था !!! आकाश  से रहा नहीं गया और उसने थोडा सा रंग लेकर उसकी टांगों
में मसलना शुरू कर दिया !!
जब कौशिक  भी अच्छी तरह गीला हो गया तब उसने मेरी बीवी को नीचे उतारा मोउमिता   का
एक एक अंग साफ़ दिख रहा था ! वो तीनो भी गीले हो चुके थे और तीनो के लंड उनकी
पेंट में तम्बू बना रहे थे ! आकाश  अब कुछ ज्यादा ही वहशी हो चूका था क्योकि
उसने अपने हाथ में रंग लेकर मोउमिता   के ब्लाउस के ऊपर लगा दिया ! मोउमिता   ने उसे
मन किया पर अब वो कहा मानने वाला था उसने फिर से उसके एक साइड के चुचे पर रंग
लगा दिया ! अब मोउमिता   को गुस्सा गया उसने मन किया की वो अब होली नहीं खेलेगी
पर आकाश  नही माना वो फिर भी उसके चुचों में रंग लगाता रहा !!! मोउमिता   बाहर
जाने को हुई तो राजीव  ने उसको पीछे से दोनों हाथों से पकड़ लिया मोउमिता   के दोनों
हाथ अब पीछे की तरफ थे और उसके चुचे सामने की तरफ को तने हुए आकाश  और कौशिक
बिलकुल उसके सामने खड़े हो गए उनका इरादा कुछ नेक नहीं था ! कौशिक  ने मोउमिता   के
ब्लाउस में हाथ डाल दिया और उसके चूचो में रंग लगाने लगा मोउमिता   चिल्लाई !!!!
पर उन्हें कोई फरक नहीं पड़ा ! कौशिक  उसके दोनों चूचो को भिचने लगा उधर राजीव
भी मोउमिता   के पीछे उसकी गांड से सट कर खड़ा हो गया और उसकी गांड पे अपने लंड से
घिस्से लगाने लगा ! आकाश  ने भी मौके का फायदा उठाया और उसने मोउमिता   का
पेटीकोट उसकी जांघों तक उठा दिया ! कसम से तीनो ने इस तरह से मोउमिता   को घेरा
था की वो चाह कर भी कुछ नहीं कर सकती थी !! आकाश  उसकी जांघों पर रंग रगड़ने
लगा ! मोउमिता   उन तीनो के बीच में तड़पने लगी और बुरी तरह अपने आप को छुड़ाने
की कोशिश करने लगी ! पर जितना वो हिलती उतना ही तीनो को मज़ा आता ! आकाश  अब
मोउमिता   की टांगों को रंग लगा कर उठ चूका था और अब उसने कौशिक  का काम संभल लिया
!!! मतलब अब वो मोउमिता   के चुचिओं पर पिल पड़ा ! आकाश  ने मोउमिता   के ब्लाउस के
हुक खोलने शुरू किये ! मोउमिता   अब जोर जोर से चिल्लाने लगी ये देख कौशिक  ने
उसका मुह बंद कर दिया ! आकाश  ने कुछ देर में उसके हुक पुरे खोल दिए पर
ब्लाउस को उतारा नहीं !! पर उसके मुम्मो को दबाता जरुर रहा, पीछे राजीव  अपना
लंड लगातार उसकी गांड से रगड़े जा रहा था ! राजीव  ने अब मोउमिता   के हाथ छोड़े और
उसके दोनों चुचे पीछे से पकड़ लिए और जोर जोर से उन्हें मसलने लगा कौशिक  मोउमिता 
का मुह बंद करके खड़ा था पर दुसरे हाथ से वो उसकी गांड को भी दबा रहा था !!!
आकाश  ने तभी मोउमिता   के पेटीकोट के नाड़े को खोलने की कोशिश की पर वो शायद
अटक गया था इसलिए उस से वो खुला नहीं ! आकाश  घुटनों के बल नीचे बैठ गया और
वही से नाड़े को खोलने लगा पर नाड़ा फंस चूका था ! झल्ला कर आकाश  ने मोउमिता 
का पेटीकोट ऊपर उठा दिया और मोउमिता   की चूत पर अपना हाथ रख दिया और उसे भी
रगड़ने लगा !!! अब तो ये तय था की अब वो मेरी बीवी का कांड करने ही वाले है !
राजीव  ने पीछे अपना लंड निकल लिया था और मोउमिता   की गांड की दरार पर धक्के पर
धक्का लगाये जा रहा था ! कौशिक  भी मोउमिता   का मुह छोड़ कर उसके चूचो में मस्त
था और आकाश  नीचे बैठा हुआ मोउमिता   की चूत में उंगली डाले जा रहा था !! मैंने
मोउमिता   को देखा तो चूत में उंगली डालने पर उसकी आँखें बंद हो चुकी थी और वो भी
आकाश  के बाल पकड़ कर उसे अपनी चूत की तरफ खिंच रही थी ! थोड़ी देर में आकाश
ने अपना मुह मोउमिता   की चूत की तरफ किया और उसकी दोनों टांगों को चौड़ा किया और
अपनी जीभ उसकी चूत पर लगा दी !!! एकदम से मोउमिता   के मुह से आह निकली ! और उसने
कस कर आकाश  के बाल भीच लिए !! इस से मोउमिता   का पेटीकोट नीचे आकाश  के सर
के ऊपर गया अब मोउमिता   की चूत चाटते हुए वो दिख नहीं रहा था पर मोउमिता   का
चेहरा देख कर साफ़ था की नीचे आकाश  की जीभ मोउमिता   की चूत चोद रही है !!! बहुत
गरम द्रश्य था ! कौशिक  ने मोउमिता   की ब्रा को ऊपर किया और उसके निप्पलों को
चूसने लगा एक दम कड़क निप्पल हो चुके थे ! राजीव  पीछे अपना लंड निकाल कर मोउमिता 
की गांड पर रगड़ रहा था ! काफी देर से रगड़ने की वज़ह से शायद वो झडने वाला था
! हा सच में उसने पीछे मोउमिता   की गांड के ऊपर अपना सारा माल निकाल दिया था और
अपने लंड को ख़ाली करने के लिए वो उसे आगे पीछे किये जा रहा था ! कौशिक  ने
अपना लंड अपनी पेंट से नक़ल कर मोउमिता   के हाथ में दे दिए मोउमिता   उसके तने हुए
लंड की मुठ मरने लगी ! और कौशिक  उसके चूचो को चूसता रहा !!    .................contd................... 

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