Wednesday, 24 February 2016

मोउमिता -- होली का त्योंहार-4

मोउमिता -- होली का त्योंहार-4


कौशिक  खड़ा हो गया और मोउमिता   के आगे आकर
पेंटी के ऊपर ही उसकी चूत पर लंड रगड़ने लगा और राजीव  पीछे से अपना लोड़ा
मोउमिता   के पिछवाड़े में घिसने लगा ! अब तो मोउमिता   को आगे और पीछे से मज़े आने
लगे थे उसका एक मुम्मा कौशिक  बड़ा रहा था और एक मुम्मा राजीव  और दोनों के लंड
की रगड़ दोनों तरफ से आग भड़का रही थी तभी राजीव  ने पीछे से नीचे झुककर मोउमिता 
की पेंटी नीचे कर दी और अपना हथियार पकड कर उसको मोउमिता   के पीछे फिट करने लगा
! मोउमिता   ने तुरंत अपनी पेंटी ऊपर की और उन दोनों को धक्का देकर किचन की तरफ
दौड़ लगा दी कौशिक  ने पकड़ने की कोशिश की पर नाकामयाब रहा ! दोनों उसके पीछे
किचन की तरफ भागे अब वो तीनो किचन में थे और मुझे कुछ भी दिखाई या सुनाई नहीं
दे रहा था काफी देर हो गयी पर किचन में से कोई बाहर नहीं आया मुझे अब यकीं हो
गया की अब तक तो वो दोनों उसे वही किचन में पेल चुके होंगे ! करीब १५ मिनट के
बाद कौशिक  बाहर आया उसका लंड वैसे ही खड़ा हुआ था तना हुआ और आते ही वो बाथरूम
में घुस गया फिर कुछ देर बाद राजीव  भी उसके पीछे बाथरूम में चला गया उनके पीछे
पीछे मोउमिता   भी बाहर आयी वो उसी पेंटी और टॉप में थी आते ही उसने अपनी स्कर्ट
उठाई और उसे तुरंत पहन लिया ! उन दोनों के बाहर आने के बाद वो बाथरूम में चली
गयी. अब वो दोनों भी अपने अपने कपडे पहन चुके थे और वही सोफे पर बैठ गए थे !
मुझे कुछ समझ नहीं आया की क्या हुआ होगा ! पर ये जरुर लग रहा था की अब तक तो
मोउमिता   का एक बार गेम तो बज चूका था ! मोउमिता   बाहर आये और आकर उन दोनों के बीच
में बैठ गयी ...अब फिर वही वो दोनों उस के बदन से छेड़खानी करने लगे बार बार
कभी उसके मुम्मे भीच देते कभी उसकी स्कर्ट में हाथ डाल देते तो कभी उसकी
स्कर्ट को ऊपर कर देते ! तभी हम दोनों बाहर गए और वो सब अपनी अपनी जगह पर
वापस गए ! अब तो किचन के अन्दर क्या हुआ होगा ये तो वो तीनो ही बता सकते थे
! पर कैसे मैंने एक मौका छोड़ दिया एक लाईव चुदाई देखने का !मुझे अब काफी नशा
हो चूका था ! और मन भी बहुत भटक रहा था ! मोउमिता   की तीसरी क्लिप देखकर तो और
भी मुड ख़राब था ! अगर सब कुछ साफ़ साफ़ देख लेता तो मज़ा था कुछ दिखा भी नहीं और
मुड भी ख़राब हो गया !

सभी जब चलने को हुए तो मुझे लगा अब शायद कोई ना कोई तो रुकने के लिए बोलेगा ही
पर जब कोई कुछ नहीं बोला तो मैंने ही बात की शुरुआत की
"यार पर मेरा तो मन था दारू पीने का और तुम लोग अब जा रहे हो "
"अरे उनका भी तो घर है सुबह से वो भी यही है अब तो उन्हें भी जाने दो ना "
मोउमिता   ने थोडा सा बनावटी लहजे में कहा
"नहीं ऐसा नहीं है के में नहीं चाहता पर में भी तो रोज़ रोज़ नहीं पीता ना
इसलिए सोच रहा था आज थोडा सा नशे में झूम ही जाऊ "
"पर यार ऐसा है ना की कल फिर जाएँगे अब तो आना जाना लगा रहेगा ना ! क्यों
भाभी " राजीव  ने मुस्कराहट से कहा !
"हा हा क्यों नहीं आप ही का घर है जब मन करे तब जाए " मोउमिता   ने उनको खुल्ला
ऑफर किया
"चलो एक काम करते है तुम में से एक आज रात को हमारा मेहमान बन जाए " में उसके
साथ पी भी लूँगा और वो यही सो भी जाएगा " मैंने अपनी राय दी !
" अरे एक ही कमरे में हम कैसे सो पाएँगे " हमारे यहाँ तो एक ही बेड है "
मोउमिता   ने प्रश्न किया
"तो क्या हुआ एक सोफे पर सो जाएगा और ज्यादा हुआ तो निचे एक बिस्तर लगा लेंगे
"
"हा हा भाभी में नीचे सो जाऊंगा वैसे भी कल से तो देव शर्मा  भाई रोज़ रोज़ कहा
मिलने वाले है " राजीव  ने अपना रास्ता साफ़ किया !
"जैसी आप लोगों की मर्ज़ी में तो जा रहीं हूँ फ्रेश होने " ऐसा कह कर मोउमिता 
अन्दर बाथरूम में चली गयी
तो ये तय हुआ की अब मेरे साथ राजीव  रुकेगा राजीव  उन दोनों को बाहर तक छोड़ने गया
तो में भी चुपचाप उनके पीछे चलने लगा वो एक जगह खड़े होकर बातें करने लगे !
में वहा से थोड़ी दूर सीडियों की तरफ जाकर बैठ गया वहां से मुझे उनकी आवाजें
सुनाई दे रही थी पहले तो कुछ समझ नहीं आया पर फिर थोड़ी देर में सब सुनाई देने
लगा
"अबे तुम दोनों ने कुछ किया भी या नहीं या ऐसे ही लंड झाड़ कर गए सुबह की
तरह , इतना बढ़िया मौका था तुम दोनों के पास " आकाश  ने उन्हें ताना देते हुए
कहा !
" अरे भाई साली तो पूरी तैयार थी हमने भी पूरा अच्छी तरह रगड़ दिया बड़ी
मुश्किल से तो उसके कपडे उतारे " राजीव  ने अपने लंड पर हाथ फिरा कर कहा !
"मतलब कपडे ही उतारे या फिर उसके बाद भी कुछ किया " आकाश  ने कौशिक  से पूछा !
"भाई चुत मार मार के लाल कर दी उसकी " राजीव  फिर से बोला
अब मुझे वो सीन अपनी आँखों के आगे आने लगा की किस तरह से इन दोनों ने किचन में
मोउमिता   को चोदा होगा !
"अबे क्यूँ हवा में तीर मार रहा है , भाई इसने कुछ नहीं किया " कौशिक  ने राजीव
की बात काटी !
"मतलब" आकाश  चौंका !
और मुझे भी थोडा सा झटका लगा ! में और ध्यान से सुनने लगा
" हा भाई एक तो बड़ी मुश्किल से मैंने उसकी स्कर्ट उतारी और धीरे धीरे उसको
गरम भी कर दिया था पर इस राजीव  ने सब गड़बड़ कर दी "
"कैसे" आकाश  ने उत्सुकता से पूछा !
"भाई जब मैंने मोउमिता   की स्कर्ट उतर दी तब उसकी चुत पर हाथ और लंड फेर कर इतना
गरम कर दिया था की बस कुछ देर में वो अपनी टाँगें चौड़ी करके बिस्तर पर लेटी
होती और हम दोनों उसको बजा रहे होते ! पर इस राजीव  को हमेशा जल्दी होती है इसने
उसकी पेंटी जल्दबाजी में नीचे उतार दी और उसकी पीछे से मारने की कोशिश करने
लगा " कौशिक  की आवाज़ में मायूसी थी
"अच्छा फिर"
"फिर क्या उसने हमें धक्का दिया और वो सीधा किचन के अन्दर भाग गयी, में तब भी
उसके पीछे वहा तक पहुच गया और उसको दीवार के सहारे लगा के फिर से उसे गरम करने
लगा, गरम तो वो बहुत थी पर हम दोनों को एक साथ देख कर शायद डर गयी थी फिर
मैंने इस राजीव  को उसके हाथ पकड़ने को कहा, और उसकी टी शर्त उतरने लगा पर वो भी
पूरी कोशिश कर रही थी, मैंने उसको पीछे से कस के पकड़ा तब कही जाकर उसकी टी
शर्त को ऊपर उठा पाया ! फिर कुछ देर और थोड़ी ज़बरदस्ती करके ऊपर से उसको नंगी
कर दिया वो व्चिल्ला तो नहीं रही थी पर उसने अपने चुचे अपने हाथों से छुपा लिए
और वही कोने में बैठ गयी , पर हमने भी उसे ज़बरदस्ती उठा ही लिया "
"अच्छा मस्त चूचियां है ना साली की " आकाश  ने अपने होठों पर जीभ फेरी !
"हा भाई कतल है पूरी मैंने तो वही दीवार से लगा कर चुचे चूस डाले , राजीव  फिर
जल्दी करने लगा में इसको मना भी कर रहा था जल्दी ना कर आराम से लेते है पर
इसको डर था कही तुम ना जाओ , इसने मोउमिता   की पेंटी फिर नीचे उतार दी !
"वो मना करने लगी नहीं अभी नहीं पर ये महाराज तो वासना के पुजारी बन चुके थे !
अब मोउमिता   को पूरी नंगी तो कर ही चुके थे मैंने सोचा अब ये राजीव  तो मानेगा
नहीं चलो अब काम कर ही देते है तो मैंने उसको पीछे से पकड़ लिया और पहला मौका
इस राजीव  को दिया "
"और ये चुतिया भी अपना लोडा पकड़ कर उसकी चुत में डालने लगा अब खड़े खड़े तो चुत
मारने का मज़ा ही अलग है इसने अपना लोडा अन्दर घुसाया और झटके मारना चालू कर
दिया "
"तो मतलब तुमने साली को चोद दिया ना " आकाश  ने टोका!
अरे कहा भाई ये साला इतना गरम हो चूका था और उससे पहले साली के चूतड़ों पर
इतने घिस्से लगा चूका था की ये झटकों में ही ढेर हो गया ; तीन झटकों में ही
इसका पानी निकल गया !
"अबे चुतिया तू भी साले ठरकी ही रहेगा , साले इतना बढ़िया मौका था आराम आराम
से पेल लेते आकाश बोला
"और तुने कुछ नहीं किया फिर " आकाश  ने कौशिक  से पूछा !
"अरे भाई मोउमिता   वैसे ही नाराज़ हो गयी थी एक तो उसको इतना गरम किया और फिर
दूसरा दो तीन झटकों में ही फुस्स हो गया अब मैंने उससे कहा चलो कोई बात नहीं!
में तो हूँ ना भाभी ! पर वो अब सुन ही नहीं रही थी और उसने हमें भी उल्टा सीधा
कहना शुरू कर दिया ! भाई बहुत गुस्सा हो गयी थी भाभी , फिर तो मेरा भी पप्पू
बैठ गया और मैंने उससे माफ़ी मांग ली "!
"अच्छा तुम दोनों ने यार उसे कैसे छोड़ दिया एक तो साली पूरी नंगी और तुम दो
दो मुश्टंडे फिर बिस्तर भी वही था मौका भी था तब भी रह गए , मैंने तो उसकी चुत
में डाल ही दिया था पर अगर देव शर्मा  ना आता तो अब तक तो उसे ठंडी कर चूका होता "
आकाश  ने अपना बखान किया
मैं भी सोच रहा था कैसे लोग है ये दोनों ! नंगी औरत को भी ठीक से चोद नहीं पाए
! पर होता है ज़ल्दबाज़ी का काम हमेशा ख़राब ही होता है ; अगर ये दोनों आराम
से उसको ठोकते तो मज़ा पक्का आता पर इन्हें मेरे आने का डर लग रहा होगा ! पर
इन्हें क्या पता की में तो खुद चाहता हूँ की तुम मेरी बीवी को ठोको, अब ये तो
पक्का था मोउमिता   बहुत गरम हो चुकी होगी और आज रात वो जरुर अपनी चुत मुझसे नहीं
तो किसी और से जरुर मरवाएगी !
अब में वहां से वापस गया और आकर अपने पेग बनाने लगा ! कुछ देर में राजीव  भी
गया वो भी मेरे साथ दारू पीने लगा ! मोउमिता   तब तक बाहर कर फिर से टी वी
देखने लगी थी ! हम दोनों दारू पीते पीते बातें करने लगे ! पीते पीते रात के
१०.३० बज गए ! मोउमिता   भी अब सो चुकी थी या कहे की सोने का नाटक कर रही थी !
मैंने इस तरह से नशा चड़ने की एक्टिंग की राजीव  को लगा अब में जरुर सो जाऊंगा ,
और मैंने किया भी ऐसे ही में वही जहाँ नीचे बिस्तर लगा हुआ था वही लेट गया ,
अब राजीव  उठा और मोउमिता   को जगाने लगा !
"भाभी देखो देव शर्मा  भाई तो यही लुड़क गए ! "
"ओह हो ये भी ना इनको भी ज्यादा नहीं झिलती अब ये तो सुबह ही उठेंगे "
मुझे पता था की वो दोनों जानबूझ कर ऐसी बातें कर रहे है ! मोउमिता   ने वहां से
सारा सामान उठाया और किचन में रखने चली गयी राजीव  वही मेरे पास लेट गया
"आप ऊपर सो जाए में यहाँ इनके पास नीचे लेट जाती हूँ , आप को नीचे नींद नहीं
आएगी " मोउमिता   ने राजीव  को कहा !
"नहीं भाभी आप भाई को ऊपर बेड पर लेटा दो और आप भी ऊपर सो जाओ में यहाँ आराम
से सो जाऊंगा "
मोउमिता   ने मुझे उठाने की कोशिश की पर में भी तो पक्का खिलाडी था ! में भी इस
तरह से बेसुध पड़ा रहा की उन दोनों को यकीं हो जाए की में सच में नशे में सो
गया हूँ
"क्या भाई ऐसे ही नशे में ऐसे ही सो जाते है क्या भाभी"
"हा ज्यादा पी लेते है तो ऐसे ही हो जाते है अब ये सुबह ही उठेंगे और फिर सर
पकड़ कर बैठ जाएँगे "
"मतलब अब नहीं उठेंगे "
"हा जी अब नहीं उठेंगे "
"पक्का है ना "
"हा हा पक्का है "
"तो में नीचे ही सो जाऊ या घर जाऊ "
"जैसी आप की मर्ज़ी "
"आप की कुछ नहीं है क्या "
में समझ गया अब काम शुरू होने वाला है , पर मुझे डर भी था की कही इन दोनों में
मुझे इनको कुछ करते देख लिया तो मोउमिता   का क्या रिअक्शन होगा ! तो मुझे बड़ी
सावधानी से सब कुछ देखना होगा !
"चलो अब रात बहुत हो गयी है मुझे नींद रही है , आप भी सो जाएँ " मोउमिता   उठी
और उसने टी वी और लाईट दोनों बंद कर दी !
धत तेरे की ये क्या ये लाईट बंद हो गयी अब क्या कद्दू दिखेगा मुझे, हो गया
सारे प्लान का गुड़ गोबर !

राजीव  मेरे बगल में आकर लेट गया और मोउमिता   ऊपर बेड पर ! काफी देर तक वो दोनों
ऐसे ही पड़े रहे में भी ये सोच रहा था क्या हुआ क्या आज इन का मन नहीं हो रहा !
अब लेटे लेटे मुझे सही में नींद आने लगी थी ! तभी अचानक मोउमिता   उठी और किचन
में फ्रीज़ में पानी पीने की लिए उसने लाईट जलाई मैंने चुपचाप देखा तो राजीव  भी
उठा हुआ था और मोउमिता   को ही देख रहा था !
"क्या बात है भाभी नींद नहीं रही है " उसने धीरे से कहा!
" तो रही है पर प्यास भी तो लग रही है ना , बिना प्यास मिटाए नींद कहा से
आएगी" मोउमिता   ने भी धीरे से जवाब दिया
बस अब की बार लाईट बंद ना हो में ऐसा भगवान् से प्राथना कर रहा था
"प्यास तो मुझे भी लगी है "
"तो बुझाते क्यों नहीं "
ऐसा सुन कर राजीव  खड़ा हुआ और किचन की तरफ चला गया वहां उसने भी पानी पिया और
फिर मेरे पास आकर मुझे हिलाते हुए मुझसे पानी के लिए पूछा ! पर में कहाँ उठाने
वाला था जब उसे तस्सली हो गयी की में अब नहीं उठूँगा तो वो फिर से किचन में
गया जहाँ मोउमिता   खड़ी थी
उसने मोउमिता   के कान में कुछ कहा तो मोउमिता   मुस्कुरा दी , उसके बाद मोउमिता   ने
लाईट बंद कर दी और वापस बिस्तर पर लेट गयी ! राजीव  मेरे पास दुबारा गया , में
सोच रहा था ये हो क्या रहा है !
थोड़ी देर हुई होगी की राजीव  चुपके से उठा और सीधा बिस्तर पर चढ़ गया ! अँधेरा
होने की वज़ह से मुझे साफ़ साफ़ नहीं दिख रहा था पर उन दोनों की फुसफुसाहट थोड़ी
थोड़ी सुनाई दे रही थी !
"तुम यहाँ क्या कर रहे हो " मोउमिता   ने अचानक उसे देख कर कहा
"भाभी अब तो नाराज़ ना हो दिन में में कुछ ज्यादा ही मस्त हो गया था इसलिए "
"तो अब क्या इरादा है"
"अब तो सारी रात ही हमारी है "
"अच्छा दिन में तो इतनी जल्दी हो गए अब रात भर क्या मुझे लोरी सुनाओगे"
"ये देखो ना क्या हाल है मेरा "
"अरे बाप रे ये क्या है"
" भाभी देखो ना कैसे तड़प रहा है "
"तो में क्या कर सकती हूँ इसका "
"आप कुछ मत करो जो करूँगा में करूँगा "
"देखते है "
"ये क्या ...? नहीं अभी कपडे मत उतारो "
"तो भाभी मज़ा कैसे आएगा "
"ऐसे ही करना है वो कर लो "
राजीव  उसके कपडे उतारने की कोशिश कर रहा होगा और मोउमिता   उसे मना कर रही होगी !
अब तो मेरा तन कर आधा इंच और लम्बा हो गया था !
"बस नीचे की स्कर्ट उतारने दो ना भाभी "
"नही , अरे .....नहीईइ ना ओह्ह हो तुम मानोगे नहीं .....कही देव शर्मा  उठ गया तो "
"अब वो नहीं उठता "
"चलो नीचे उतारो मत बस ऊपर कर लो "
"नहीं ना भाभी मज़ा तो नंगे बदन ही आता है "
"प्लीस्स्स्स ....नहीई तुम नहीं मानोगे ना ......ओह्ह्ह हो ....मत करो !!!!!!
"अब आएगा ना मज़ा" राजीव  ने जितने वाली आवाज़ में कहा
मतलब राजीव  स्कर्ट उतार चूका था !
"अब इसे मत उअतारो ना !!!!!!!! ऊपर कर लो !
"बस हो गया भाभी ...अब देखो मज़े !!!!!
"कुछ तो रहने दो शरीर पर "
"बस बस देखो ....अहह क्या मज़ेदार बदन है तुम्हारा भाभी"
"मतलब तुम नहीं मानने वाले ना पुरे उतार ही दिए ना"
"अब बताओ भाभी क्या मज़ा नहीं रहा तुम्हे "
"क्यों नहीं आएगा , अपने ही पति के साथ दुसरे मर्द से मज़े ले रही हूँ तो मज़ा
तो आएगा ही "
"अह्ह्ह ह्ह्ह्हाआ नहीईइ कितना बड़ा है ये .....आराम से डालो ना "
"बस बस आह्हा पूरा गया ना भाभी .....कैसा है मज़ेदार है ना"
"ओह्ह्ह्ह अहह्ह्ह्हा ईईइ क्या सीधा है ओह्ह उह्ह्ह्ह "
"कैसे मज़े आते है जोर से या धीरे से "
"तेज़ करो और तेज़ .....ओह्ह्हह्ह्ह्ह ईईईईइ मर गयीईई अह़ा आःह्हा उह्ह्हह्ह
क्या शानदार है "
उन दोनों की चुदाई शुरू हो चुकी थी पर मुझे कुछ नहीं दिख रहा था बस आवाजें
रही थी मैंने अपना लंड निकल लिया और लगा मुठ मारने
सच में आज मुठ का मज़ा ही अलग था ,
बिस्तर पर धप धप की आवाजें तेज़ होती जा रही थी , मैंने थोडा सा उठकर ऊपर
देखने की कोशिश की तो थोडा सा अँधेरे में दिखा की मोउमिता   दोनों टंगे फैलाए
लेटी हुए है और राजीव  उसके ऊपर चड़ा हुआ धकाधक उसे चोदे जा रहा है !उसके झटको
की स्पीड बदती ही जा रही थी मोउमिता   में मुह से मादक आवाजें निकले जा रही थी !
माहोल बहुत ही गरम हो चला था !
"अह्ह्ह बताओ ना भाभी किस है मेरा लंड "
"आःह्ह्हा मज़ा गया ईई उह्ह्हह्ह क्या शानदार झटके है तुम्हारे उघ्ह्ह्हह्ह
अह्ह्ह्ह मर गयीई आज तो !!!!!!!!!!!!!
"तीनो में किसका सबसे तगड़ा है भाभी "
"आह्ह्ह अभी तो तुम्हारा ही है आकाश  का तो अभी सिर्फ अन्दर ही गया है अभी
उसने अपने झटके दिखाई ही कहा है"
"तो कल उसका भी लो ना भाभी"
"आःह्हा जरुर उह्ह्ह्हह्ह ईईईईइ कल तुम तीनो का लेना है ''''' आह्ह्ह उह्ह्ह्ह
फाड़ डाला आज तो मर गयीईई आज तो
"आहा भाभी आःह्ह्हा आह्ह्ह में होने वाला हूँ भाभी अह्ह्ह " बताओ कहा डालू
"आःह्हा अन्दर ही रहने दो सस अहह उह्ह्ह बाहर मत निकालना ऊउह्ह्ह आईई "
"में हुआ हुआ !!!! आःह्हा आह्ह्ह "
"आहा आआह्ह्ह कितना गरम है आःह्ह्ह उह्ह्ह्ह ईईईई "
राजीव  के धक्के बंद हो गए अब उन दोनों की सांसे चल रही थी कुछ देर तक तो दोनों
ऐसे ही पड़े रहे राजीव  ने अपना सारा माल मोउमिता   की चुत में ही डाल दिया था !
"अब उठो मुझे बाथरूम जाने दो हटो मेरे ऊपर से "
मोउमिता   उठ कर बत्रुम की तरफ गयी में दुबारा वैसे लेट गया मोउमिता   ने बाथरूम की
लाईट जलाई और मेरी तरफ देखा निश्चिन्त होकर वो अन्दर चली गयी उस वक़्त वो पूरी
नंगी थी राजीव  भी उसके पीछे पीछे बाथरूम में चला गया वो भी पूरा नंगा था उसका
पप्पू अब भी थोडा ताना हुआ था उसने जाते ही बाथरूम का दरवाज़ा बंद कर दिया !
में उठ कर दरवाज़े के पास गया और कान लगा कर सुनने लगा पर अन्दर से शावर की
आवाज़ रही थी ! थोड़ी देर में बड़े जोर से पानी में भीगने और पट पट की आवाजें
शुरू हो गयी ! और साथ साथ मोउमिता   की आहे भी सुनाई दे रही थी ! मतलब राजीव  अब
उसे शावर के नीचे ही चोदने लगा था ! बड़ी मस्त आवाजें थी ! में अंदाज़ा लगा रहा
था की किस तरह मोउमिता   खड़ी होगी जरुर राजीव  उसे एक टांग उठा कर पीछे की तरफ से
उसकी चुत चोद रहा होगा ! करीब २० मिनट तक वो आवाजें लगातार आती रही ! फिर कुछ
देर में सब शांत हो गया शावर बंद हो गया और फिर में अपनी जगह पर गया ! दोनों
नंगे ही बाहर आये और आकर दुबारा से बिस्तर पर लेट गए ! राजीव  अन्दर किचन में
गया और वहा फ्रिज से दूध निकाल कर पीने लगा अपनी ताकत दुबारा से जुटा रहा होगा
फिर कुछ देर ऐसे ही पड़े रहे और फिर दोनों शुरू हो गए मोउमिता   भी आज अपनी पूरी
खुराक लेना चाहती थी ! मैंने भी दो बार मुठ मार ली थी मुझे कब नींद लगी मुझे
पता नहीं चला पर मेरे सोने से पहले राजीव  मोउमिता   को बार चोद चूका था पर में
कुछ देख नहीं पाया इस का अफ़सोस रहा मुझे !

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